सूर्य नमस्कार करने से जी होती हड्डियां मजबूत

सूर्य नमस्कार करने से जी होती हड्डियां मजबूत




 आयुर्वेद में अस्थिको भी एक धातु माना गया है । शरीर में Oil सात धातु रस , रक्त , मांस , मेद , अस्थि , मज्जा और शुक्र होते हैं । इसमें अस्थि पांचवीं धातु है और इसका निर्माण मेद ( चिकनाई युक्त पोषक तत्व ) से होता है । आयुर्वेद में माना गया है कि रस से रक्त , रक्त से मांस , मांस से मेद , मेद से अस्थि , अस्थि से मज्जा और मज्जा से शुक्र का निर्माण होता है । अस्थिक्षय में मेद और अस्थिधातु आग्नि विकृति विशेष रूप से होती है । 


सूर्य नमस्कार

 हड्डियों की मजबूती के लिए वैसे तो कई वेगासन आयुर्वेद में वर्णित है लेकिन सूर्य नमस्कार सबसे उपयोगी है । इसमें योग की आठ मुद्राएं होती हैं । इसे योग एक्सपर्ट के निर्देशन में करना चाहिए । स्वस्थ व्यक्ति इसको 25 बार तक कर सकता है लेकिन जो नहींकर सकते हैं वो रोजान 10 12 बार जरूर करें । इससे हड्डियां मजबूत होंगी ।

सावधानियां 

सूर्य नमस्कार हमेशा खाली पेट करना चाहिए । सुबह के समय करन सबसे उपयुक्त होता है लेकिन कई बार सुबह नहीं कर पाते हैं तोशम को भी कर सकते हैं । ध्यान रखने वाली बात यह है कि दोपहर के भोजन से चर घंटे का अंतराल होना जरूरी है । सूर्य नमस्कार शुरू करने से पहले शिष्टय से इसकी जानकारी कर लें ।

Post a Comment

0 Comments